आशीष कुमार दीक्षित
मुझे पाठकों के समक्ष के.वी. लखीमपुर खीरी की रचनात्मक उपलब्धियों को प्रस्तुत करते हुए अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। हाल ही में लाए गए शिक्षा सुधारों में भी रटने की बजाय रचनात्मक सीखने पर जोर दिया गया है, ताकि समस्याओं के नए समाधान खोजने के लिए नई चीजें सीखी जा सकें, बच्चों में जिज्ञासा पैदा की जा सके, ताकि वे दूसरों से आगे निकलने की बजाय खुद से प्रतिस्पर्धा करना सीखें। प्रिय पाठकों, हम कायाकल्प के मार्ग पर हैं और छात्रों द्वारा किए गए प्रयास उनके सामने आने वाले अवसरों और बाधाओं की तुलना में सराहनीय हैं। छोटी-छोटी चीजों को देखते हुए, हमें बड़ी तस्वीर नहीं खोनी चाहिए, अपने छात्रों की ताकत को पहचानना चाहिए और उन्हें और मजबूत करना चाहिए। उन्हें उनकी कमजोरियों का ज्ञान दें और उन्हें आवश्यक जीवन कौशल के साथ जीवन का सामना करने के लिए तैयार करें। छात्रों के समग्र विकास और उनकी वर्ष भर की उपलब्धियों के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करने वाली केंद्रीय विद्यालय लखीमपुर खीरी की एक झलक।